मुख्य अतिथि एवं परामर्शदाता को किया गया सम्मानित !
TW@Desk
मधुपुर : मधूस्थली विद्यापीठ के द्वारा शहर के सुप्रसिद्ध अतिथिशाला “अदिति ईन” मे अभिभावक सह विद्यार्थियों का परामर्श सेवा (काउंसलिंग )का भव्य आयोजन किया गया. इस अवसर पर विद्यालय के प्रशासक ए0 थॉमसन ने मंच संचालन कर मुख्य अतिथि एवं परामर्शदाता अमिताभ मोहन एवं डॉ विजय शंकर सिंह (प्राचार्य आर0 एल0 सराफ उच्च विद्यालय देवघर) का परिचय कराया. वहीं अंग वस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर मुख्य अतिथि एवं परामर्शदाता को सम्मानित किया गया.
बच्चों के भावों एवं विचारों को समझें अभिवाक, अपनी इच्छा और दबाव न डालें : केजरीवाल
मौके पर मधूस्थली विद्यापीठ के प्राचार्य वितान विश्वास ने छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए अभिभावकों एवं छात्र -छात्राओं के बीच सामंजस स्थापित करने की बात कही. साथ ही अपने विद्यालय के विशेषताओं को भी अभिभावकों के सामने रखा. उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि अपने बच्चों के लिए कुछ समय निकालकर दिशा निर्देशन करें. इस अवसर पर एम0 सी0 के0 भी0 ग्रुप एवं मधुस्थली विद्यापीठ के चेयरमैन किशन कुमार केजरीवाल ने अपने विचारो को अभिभावकों से साझा करते हुए कहा कि आप अपने बच्चों के लिए कम से कम आधा घंटा, डाइनिंग टेबल पर ही सही, समय दें. उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों के भावों एवं विचारों को समझ कर, बच्चों पर अपनी इच्छा और दबाव को न डालते हुए योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ने की बात कही. श्री केजरीवाल ने कहा कि भारत की नई शिक्षा नीति में अनेक बदलाव आ रहे हैं जिससे भविष्य में बच्चों को कई फायदे मिल सकेंगे.
कार्यक्रम के दौरान इन्होंने भी रखा अपना – अपना विचार
कार्यक्रम के पहले सत्र में अमिताभ मोहन ( काउंसिलर ) ने अपने अनुभव एवं विचार रखते हुए बताया कि आधुनिक समय में बच्चों के कैरियर के लिए केवल इंजीनियरिंग , डॉक्टरी ,आई0 ए0 एस, आई0 पी0 एस0 ही नहीं , वरन् और भी अनेक क्षेत्र ऐसे हैं, जहाँ हम अपने बच्चों का कैरियर बना सकते हैं. रोजगार पा सकते हैं, छोटे-छोटे डिप्लोमा कोर्स करके भी हम अच्छा करियर बना सकते हैं. साहित्य के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाले डॉ0 विजय शंकर सिंह ने अभिभावकों एवं छात्र – छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप बच्चों पर जो खर्च करते हैं उसके मूलधन पर ही ध्यान दें . बहुत जल्दी ब्याज पाने की उम्मीद ना करें . वह धीरे-धीरे ब्याज के रूप में जरूर मिलेगा. प्रकृति के हर बीज में पौधा या वृक्ष बनने का गुण जरूर होता है, पर सही पेड़ बनने के लिए उसकी थोड़ी देखभाल करनी पड़ती है. उसे अवसर की जरूरत होती है ,उचित देखभाल की जरूरत होती है. केवल किताबी शिक्षा नहीं व्यवहारिक शिक्षा पर भी ध्यान होना चाहिए. तभी वह जीवन के हर क्षेत्र में सफल हो सकेंगे और अपनी पहचान बना सकेंगे. मधूस्थली विद्यापीठ के संबंध में उन्होंने कहा कि मधुपुर में यह विद्यालय एक साथ हमारे लिए अनेक अवसर प्रदान करता है. जैसे -विद्यालय की पढ़ाई ,पैरा मेडिकल की पढ़ाई, टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज ,सभी एक ही कैंपस में संचालन हो रहा है.
राजेश साहनी के द्वारा किया गया धन्यवाद ज्ञापन
सभी अभिभावकों को विद्यालय परिवार की ओर से एक-एक पौधे भी भेंट स्वरूप दिए गए. अंत में धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के सीनियर कोर्डिनेटर राजेश साहनी के द्वारा किया गया. इस अवसर पर सैकड़ों अभिभावक छात्र- छात्राएँ एवं विद्यालय के संचालक किशन कुमार केजरीवाल, एच0 आर0 श्रीमती अपर्णा हालदार , विद्यालय प्राचार्य वितान विश्वास , प्रशासक ए0 थॉमसन एवं दिलीप कुमार झा, निलेश कुमार, अभिषेक कुमार ,एडमिन स्टाफ एवं अन्य शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित थे.