अपना गांव, अपना राज के लिए स्वावलंबन जरूरी : घनश्याम
महेश मिश्रा
मधुपुर : स्थानीय बावनबीघा मंगलम सभागार में सोमवार को ग्राम सभा फेडरेशन के दो दिवसीय राज्य स्तरीय वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन का उद्घाटन देश के महापुरुषों की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर किया गया। मुख्य अतिथि समाजकर्मी घनश्याम, सिद्देश्वर सरदार, सुरेंद्र बिरूली फेडरेशन की संयोजक ऐनी टुडू, पार्वती, सुरेश उरांव, फातिमा, सैफ, ओविसर आदि ने सामूहिक रूप से द्वीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया.
700 गांव में अपना गांव, अपना राज की प्रक्रिया के तहत सचिवालय…
इस अवसर पर ग्राम सभा के मांझी हड़ाम, ग्राम प्रधान, ग्राम सचिवालय के सचिव, स्थाई समिति के सदस्य उपस्थित थे। सम्मेलन में विषय प्रवेश कराते हुए समाजकर्मी घनश्याम ने कहा कि अपना गांव, अपना राज के लिए स्वावलंबन जरूरी है। 700 गांव में अपना गांव, अपना राज की प्रक्रिया के तहत सचिवालय, स्थायी समिति से आगे बढ़ने का प्रयास चल रहा है। गांव तब तक मजबूत नहीं हो सकती जब तक स्वशासी के साथ स्वावलम्बी नहीं हो। गांव के स्वावंबलन के लिए पौष्टिक भोजन, मौसम अनुकूलित वस्त्र, आवास, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनोरंजन और सुरक्षा जरूरी है। आज प्रदेश के 45 प्रतिशत बच्चे कुपोषण के शिकार हैं, 76 प्रतिशत महिला रक्त की कमी से जूझ रही हैं। इन सारी कमियों को ग्राम सभा के माध्यम से दूर करना होगा। प्रकृति के साथ रहने की कला विकसित करनी होगी। जैविक खेती को बढ़ावा देना होगा.
90 प्रतिशत बीमारी दूषित पानी के कारण हो रहा है…
आज 90 प्रतिशत बीमारी दूषित पानी के कारण हो रहा है। लोगों को शुद्ध पीने के पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। मौके पर सालगे मार्डी ने स्वावलंबन के लिए गांव में आजीविका को बढ़ावा देने और पलायन को रोकने पर बल दिया। कार्यक्रम का संचालन अन्ना सोरेन व सुनिता मुमू ने किया। सिद्येश्वर सरदार ने संविधान में स्वशासन और स्वावलंबन के अधिकार पर विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुए ग्राम सभा को एकजुट होकर अपने हक अधिकार के लिए आगे आने और अपनी जमीन, जंगल और जल की रक्षा पर जोर दिया। मौके पर सैकड़ों पर उपस्थित थे.