भू-माफियाओं की सेंधमारी का खतरा वर्तमान में संचालित रेडक्रॉस कार्यालय के भवनों और जमीन पर…
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मधुपुर : रेडक्रॉस सोसायटी मधुपुर इकाई दत्ता चेरिटेबल ट्रस्ट की जमीन पर बने भवन में संचालित है. दि दत्ता चेरिटेबल डिस्पेंसरी भवन की नींव सन् 1900 ईस्वीं में बंगाल के न्यायाधीश सीएम घोष द्वारा रखी गई थी. कोलकाता के कालूटोला स्ट्रीट के रहने वाले बाबू राजनरायण दत्त के निधन के बाद उनके पुत्र बोलइ सी दत्त द्वारा उनकी याद में इस डिस्पेंसरी भवन को बनवाया था. लेकिन भू-माफियाओं की पैनी नजर दत्ता चेरिटबल ट्रस्ट की जमीन और जमीन पर बने भवनों पर है. हालांकि मधुपुर रेडक्रॉस सोसायटी कई वर्षो से उक्त जमीन पर बने भवनों का उपयोग कार्यालय के रूप में कर रहा है. रेडक्रॉस इसी भवनों से लगातार लोगों की निःशुल्क सेवा करते आ रही है. लेकिन बीते 1 मार्च को रेडक्रॉस की वार्षिक आम बैठक में रेडक्रॉस की जमीन को भू-माफियाओं द्वारा हड़पने की साजिश को लेकर भी चर्चा हुई. रेडक्रॉस के सदस्य मो0 शाहीद उर्फ फेकू द्वारा बैठक के दौरान भू-माफियाओं के दत्ता चेरिटबल ट्रस्ट की जमीन पर पैनी नजर की बात कही गई.
आंखों की रौशनी जाने के बाद भी महेंद्र घोष का रेडक्रॉस के प्रति समर्पण
हालांकि रेडक्रॉस के पदेन सचिव महेंद्र घोष और सोसायटी के सदस्यों ने इसे अब तक संभाले रखा है. आंखों की रौशनी जाने के बाद भी महेंद्र घोष ने ईमानदारी पूर्वक रेडक्रॉस में अपनी सेवा देने का काम किया है. ऐसे कई नाम हैं, जिन्होंने बगैर किसी लोभ-लालच के रेडक्रॉस में अपनी सेवा दी है और देती आ रही है. सोसायटी के सभी सदस्यों ने अपनी सेवा ईमानदारी पूर्वक दिया है. फिलहाल नई कमिटि का चयन 20 अप्रैल 2025 को होना है. इधर भू-माफियाओं की सेंधमारी का खतरा वर्तमान में संचालित रेडक्रॉस कार्यालय भवनों और जमीन पर मंडराते नजर आ रहा है.