बालू माफियाओं का कमाल, नदी में बालू की जगह घास-फूस !
द वजूद आपको जिस नदी की तस्वीर दिखा रही है, वो देवघर जिला के बसवरिया गांव से होकर गुजरी है. इस नदी पर पुल बनी हुई है.
The Wajood@Desk
देवघर : बसवरिया गांव समेत कई गांव के किसानों को इस नदी से काफी फायदा पहुंचते आया है. नदी के पानी से खेतों की सिंचाई होती आई है. लेकिन पिछले कुछ सालों से इस नदी को मानो किसी की नजर लग गई हो. नदी में बालू की जगह घास-फूस उग आये है. जबकि नदी सेे बालू गायब हो रहें है. कहा जाता है कि बालू माफियाओं का ही ये कमाल है कि नदी में बालू की जगह घास-फूस नजर आ रहें है. यानी नदी का बालू चोरी हो रहा है. बालू माफिया नदियों से अब भी बालू की निकासी कर रहें है. बसवरिया गांव से सटे इस नदी के किनारे बकरियों और मवेशियों को चरते देखा जा सकता है. नदी का यह हाल है कि जहां जलधारा होनी चाहिए वहां घास-फूस उग आये है. नदी के बीचों-बीच घास का उगना आपको भी आश्चर्य में डाल सकता है.
बताया जाता है कि बसवरिया के पास वाली नदी का सिर्फ यह हाल नहीं है. बल्कि देवघर जिला में कई ऐसे नदी है, जहां से बालू का अवैध उठाव हो रहा है. बालू तस्कर नदी को धीरे-धीरे लीलते जा रहा है. जिस कारण पर्यावरण संकट भी गहराता जा रहा है. जरूरी है नदियों को संरक्षित करने की. ताकि प्राकृति की सुंदरता बरकार रहे और नदियों की अस्मिता को बचाई जा सके.